दिल्ली में निजामुद्दीन दरगाह पर 18 मार्च को तब्लीगी जमात के जलसे में शामिल हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों की तलाश तेज हो गई है। ऐसे 855 लोगों की सूची तैयार की गई है, जो या तो निजामुद्दीन के धार्मिक जलसे में शामिल हुए हैं या फिर शामिल होने वाले लोगों के संपर्क में रहे हैं। 50 पृष्ठ की इस सूची में जम्मू संभाग के 83 लोग हैं, जबकि बाकी कश्मीर के हैं।
जलसे में शामिल कई लोगों के संक्रमित होने से हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच कठुआ में देर शाम सात लोगों को चिह्नित कर उन्हें क्वारंटीन किया गया। यह सभी लोग निजामुद्दीन में ठहरे थे। वहां से लौटने के बाद यात्रा इतिहास छिपाकर वे परिवार के साथ रहे और लोगों से भी मिले। डीसी ओमप्रकाश भगत ने सैकड़ों लोगों की जान खतरे में डालने के आरोप में सातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जो क्वारंटीन किए गए हैं उनमें तीन जंगलोट, एक वार्ड नंबर दो कठुआ, एक चकदेशा सिंह, एक लखनपुर व एक कालीबाड़ी का है।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में 18 मार्च को हुए तब्लीगी जमात के जलसे में शामिल होकर लौटे लोगों की तलाश करना जम्मू-कश्मीर प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। सूची मिलते ही प्रशासन इन लोगों की तलाश में जुट गया है। कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है, लेकिन ज्यादातर लोगों का कोई पता नहीं है। जम्मू-कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इन लोगों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। लोगों से खुद आगे आकर प्रशासन को सूचित करने की अपील की जा रही है।