दिल्ली में निजामुद्दीन दरगाह पर तब्लीगी जमात के जलसे में शामिल हुए जम्मू के लोगों की तलाश तेज कर दी गई है। पिछले 48 घंटों में दो दर्जन से अधिक लोगों की शिनाख्त करके उन्हें विभिन्न केंद्रों में 14 दिन के क्वारंटीन के लिए भेजा गया है। इन लोगों की तलाश के लिए प्रशासनिक स्तर पर लगभग सभी अधिकारियों को लगाया गया है। इन्हें जल्द से जल्द ढूंढ कर उन्हें क्वारंटीन करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।
बताया जाता है कि जम्मू जिले में ही ऐसे 83 लोगों की शिनाख्त हुई है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार धार्मिक जलसे में शामिल लोगों की तलाश की जा रही है। एजेंसियों की ओर से इनके बारे में सूचित किया गया है, लेकिन कई के मोबाइल नंबर और पते गलत मिल रहे हैं, जिससे दिक्कतें बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार पहचान में आए कुछ लोग ऐसे लोग भी हैं जो दावा कर रहे हैं कि वे कभी लखनपुर ही नहीं गए तो दिल्ली तक कैसे पहुंच गए। इससे यह भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि सैकड़ों की तादाद में गए लोगों में कई ऐसे भी होंगे जिन्होंने अपने जान पहचान वालों के आधार कार्ड या अन्य साधनों के माध्यम से मोबाइल सिम कार्ड लिए होंगे।
प्रशासन को यह डर सता रहा है कि अगर जो लोग सामने नहीं आ रहे वे कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर अन्य लोगों को भी पीड़ित कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रशासन की ओर से शहर के गुज्जर नगर, भठिंडी, सुंजवां और अन्य स्थानों को पूर्ण रूप से बंद किया गया है। ऐसी आशंका है कि इन इलाकों में धार्मिक जलसे में शामिल हुए कई लोग मौजूद हो सकते हैं। प्रशासन ने ऐसे लोगों से खुद सामने आकर अपना यात्रा इतिहास बताने की अपील की है।